माननीय प्रधानमंत्री जी ने किसानों से रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के उपयोग को कम करने की अपील की और कहा कि यह “धरती माँ को बचाने के लिए एक बड़ा कदम” होगा।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है, उससे मृदा स्वास्थ्य खराब होता है। 72वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए माननीय प्रधानमंत्री ने कहा, ‘एक किसान के रूप में, इस मिट्टी के बच्चे के रूप में, मुझे इसके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने का कोई अधिकार नहीं है’। तदोपरांत, माननीय प्रधानमंत्री जी ने क्लस्टर आधारित दृष्टिकोण में जैविक और प्राकृतिक खेती को अपनाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि आईसीएआर ने भारत का भू-संदर्भित जैविक कार्बन मैप विकसित किया है और 88 जैव-नियंत्रण एजेंटों और 22 जैव कीटनाशकों की पहचान की है जो जैविक कृषि को बढ़ावा दे सकते हैं।