अनुभर्वजन्य साक्ष्य का संग्रह, र्वैज्ञाकिनक सत्यापन और सफलता–र्वृतांतों की तैयारी सकिहत प्राकृ कितक खेती को आगे बढ़ाने के किलए आगे के कदमों पर चचा करने के किलए किदनांक 9 अक्टूबर, 2020 को एक बैठक आयोकिजत की गई। बैठक में नीकित आयोग, कृ किर्ष और किकसान क\याण मंत्रालय, राज्य सरकारों के र्वकिरष्ठ अकिधकाकिरयों और प्राकृ कितक खेती को बढ़ार्वा देने पर चचा में शाकिमल अंतराष्ट्रीय संगठनों के प्रकितकिनकिधयों ने भाग किलया। अकिखल भारतीय आधार पर प्राकृ कितक खेती के कायान्र्वयन के किलए एक रोडमैप किर्वककिसत करने का एक महत्र्वपूण किनणय किलया गया। इस बैठक के बाद, आईसीएआर और र्व\ड एग्रोफोरेस्ट्री (आईसीआरएएफ) की सहयोगपूण काय योजना में संशोधन किकया गया और किदनांक 9 जून, 2021 को आईसीआरएएफ और आईसीएआर, दोनों के महाकिनदेशालयों द्वारा इस पर हस्ताBर किकए गए। काय योजना में ‘कृ किर्ष र्वाकिनकी और प्राकृ कितक खेती सकिहत अन्य पाकिरकिस्थकितक दृकिष्टकोण के माध्यम से अपरकिBन भूकिम की बहाली‘ पर एक पकिरयोजना को शाकिमल किकया गया।